छठ पूजा का महत्त्व बहोत अधिक होता है| कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को यह पर्व मनाया जाता है| इस व्रत के अनुसार षष्ठी के शाम को सूर्य देव को अर्ध दिया जाता है, अगले दिन सप्तमी को सूर्योदय के समय सूरज उगते समय सूर्यदेव को अर्ध्य दिया जाता है| वाही से व्रत का पारण होता है| 4 दिन के इस व्रत में 36 घंटो का निर्जला व्रत करना होता है जो बहोत कठिन माना जाता है|
यह व्रत संतान प्राप्ति और परिवार के सुख समृध्धि के लिए बहोत अच्छा माना जाता है| ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कोई जातक अपनी राशी के मुताबिक इस व्रत को करता है तो इसका लाभ बहोत अधिक हो जाता है| हम आपको इस लेख में हर राशी के बारेमे जानकारी देंगे जिससे आप इस छठ को बहोत अधित लाभ ले सके|
राशी के अनुसार करे छठ पूजा और व्रत
मेष: अपने संतान के जीवन में खुशहाली लाने और शिक्षा क्षेत्र में सफलता प्राप्त कराने के लिए इस छठ पूजा में भगवन सूर्यदेव को गन्ना अर्पित करना चाहिए|
वृष: छत पूजा में सूर्य देव को नारियेल अर्पित करने चाहिए, जिससे आपके संतान को खुशहाली और अच्छा स्वास्थ प्रदान होगा|
मिथुन: संतान के कार्य क्षेत्र में सफलता और तरक्की पाने के लिए इस छठ पूजा में सूर्यदेव को शरीफा अर्पित करे|
कर्क: संतान के धन लाभ के लिए इस छठ पूजा में सूर्य देव को सिंघाड़ा अर्पित करना चाहिए|
सिंह: इस छठ पूजा में गुड चढाने से सूर्यदेव आपकी संतान को हर दुःख और रोग से दूर करेंगे और आपके संतान के सन्मान में वृध्धि होगी|
कन्या: अपने संतान के वैवाहिक जीवन को अच्छा बनाने और कलेश दूर करने के लिए इस राशी के जातको को छठ पूजा में भगवन सूर्यदेव को नारंगी या मौसमी अर्पित करनी चाहिए|
तुला: संतान को आर्थिक लाभ पहुचने के लिए, इस राशी के जातको को सूर्यदेव को नारियेल अर्पित करना चाहिए|
वृश्चिक: अपने संतान के कार्य क्षेत्र की परेशानिया दूर करने के लिए आपको छठ पूजा में सेब चढ़ाना चाहिए|
धनु: इस राशी के जातको को सूर्यदेव को गन्ना अर्पित करना चाहिए, जिससे शत्रु परास्त होंगे और आपके संतान को सफलता मिलेगी|
मकर: संतान के जीवन की हर बाधा और परेशानी को दूर करने के लिए इस छठ पूजा के दिन भगवन सूर्यदेव को संतरा अर्पित करना चाहिए|
कुंभ: शरीफा सूर्यदेव को अर्पित करने से इस राशी के जातको के संतानों के वैवाहिक जीवन बहोत संत और समृध्ध रहेंगे|
मिन: अपने संतान की नौकरी सबंधित परेशानी को दूर करने के लिए इस राशी के जातको को सूर्यदेव को छत पूजा के समय सिंघाड़ा अर्पित करना चाहिए|