17 साल पहले गुम हुआ था बेटा, पुलिस-CBI सबने ढूंढा… अब पिता ने लगा ली फांसी

News

हमारे देश में बहुत सारे छोटे बच्चे गायब हो जाते है। घर से खेलते खेलते ही बच्चे गायब हो जाते है। बच्चो को ढूंढने की लाख कोशिश के बाद भी बच्चे मिलते नहीं है। देश में गायब होने वाले बच्चो के आंकड़ों पर नजर डाले तो आपके पैरो से जमीन खिसक जायेगी। एक सर्वे के अनुसार देश में हर आठ मिनिट में एक बच्चा घूम हो जाता है। उस हिसाब से दिन के करीब 180 बच्चे अपने घर से बिछड़ जाते है।

बच्चो के घर से गायब हो जाने के बाद उस बच्चे पर क्या बितति है वो तो भगवान ही जानता है , लेकिन जो भी बच्चा बच्चा गायब हो जाता है उनके माँ बाप जीते जीते मर जाते है। ऐसा ही कुछ केरल के अलपुझा में रहने वाले राजू के साथ हुआ है। बतादे के आज से 17 साल पहले राजू का 7 साल का बेटा घर से खेलते खेलते गायब हो गया था। आज तक राजू का बेटा नहीं मिला।

राजू का बेटा राहुल 18 मई 2005 में घर से बाहर खेलते समय अचानक लापता हो गया था। उस समय राजू कुवैत की एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे। बेटे की गुमशुदगी की खबर मिलते ही वह नौकरी छोड़कर अगले ही दिन लौट आए और तलाश में जुट गए। मामले की पहले पुलिस ने जांच की. फिर क्राइम ब्रांच ने राहुल को खोजने की कोशिश की. कोई सुराग न मिलते देख मामला सीबीआई के हवाले कर दिया गया।

सीबीआई की तीन टीमें बरसों तक राहुल की तलाश में जुटी रहीं. कुछ पता न चलने पर सीबीआई ने 2009 में अदालत में केस बंद करने की इजाजत मांगी, लेकिन कोर्ट ने वैज्ञानिक तरीके से जांच करने का निर्देश दिया। सीबीआई ने जांच के दौरान राजू के दो दर्जन से ज्यादा पड़ोसियों से पूछताछ की. एक पड़ोसी राजू जॉर्ज का पॉलिग्राफ टेस्ट भी कराया। तमाम जगहों पर जाकर लावारिस लाशों में राहुल को ढूंढा।

देश भर में गुमशुदा बच्चों में उसे तलाशा. एक बार आंध्र प्रदेश में रेलवे की पटरी पर मिली एक लाश देखकर लगा कि वो राहुल की हो सकती है, लेकिन इसकी जांच भी बेनतीजा रही। इसी बीच, केस में चौंकाने वाला मोड़ तब आया, जब एक नाबालिग बच्ची के यौन शोषण और हत्या के आरोप में गिरफ्तार कृष्णा पिल्लई नाम के एक शख्स ने दावा किया कि उसने राहुल की हत्या की है। उसने बताया कि उसने राहुल के शव को अलपुझा के एक तालाब में डाल दिया था।

पुलिस ने पूरे इलाके को छान मारा, लेकिन कुछ नहीं मिला. 2014 में थक हारकर सीबीआई ने कोच्चि के सीजेएम कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर दी, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। बताया कि राजू पिछले कुछ समय से नौकरी की तलाश में थे. पत्नी मिनी की एक सहकारी कंपनी पार्ट टाइम जॉब से जैसे-तैसे घर का गुजारा चलता था। रविवार को राजू की पत्नी और बेटी कहीं बाहर गए हुए थे, तभी उन्होंने फांसी लगा ली।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *