पुणे के नानापेठ इलाके में एक चौंकाने वाला हादसा हुआ है. यहाँ सड़क के किनारे खड़ी एक बाइक को ट्राफिक पुलिस के एक अधिकारी ने बाइक चालक समेत खींच कर ले गए। आपको बतादे के गुरुवार शाम पांच बजे के करीब यह घटना की बनी है। शुक्रवार को सोशयल मिडिया पर यह तसवीरे सामने आने के बाद यातायात विभाग के अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि, यातायात विभाग ने कहा कि बाइक नो-पार्किंग जोन में खड़ी थी और बाइक सवार जानबूझकर उस पर बैठ गया था।
घटना की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद अब लोग ट्रैफिक पुलिस विभाग के कर्मचारियों एवं उनके काम का विरोध कर रहे हैं। जब ट्रैफिक विभाग के लोगों द्वारा बाइकर को उठाया जा रहा था, तो वह कहता रहा के, “सर, मेरी बाइक पार्किंग में नहीं है मुझे मालूम है।” मैं दो मिनट तक सड़क के किनारे खड़ा रहा। मैंने यहां अपनी बाइक खड़ी की और मैं तुरंत जा रहा हूं, इसलिए कृपया मेरे खिलाफ कार्रवाई न करें। इतना कहने के बाद भी ट्रेफिक विभाग के लोगों ने उनकी बात नहीं मानी और बाइक वाले व्यक्ति को बाइक समेत उठा लिया.
इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या गलती होने पर भी किसी युवक को बाइक समेत उठाना कितना उचित है. अगर वह गिरता है तो उसका कौन जिम्मेदार होता? ट्रेफिक पुलिस पर लोग दूसरा आरोप लगा रहे है कि ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने यह वीडियो शूट करने वाले व्यक्ति के साथ भी बदसलूकी की है।
मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी अभिजीत धावले ने बताया कि नानापेठ इलाके में ट्रेफिक पुलिस यहाँ के नागरिकों को लगातार परेशान करती है। वे हमारी दुकान के सामने गाड़ियां उठा रहे हैं और कुछ रुपये लेने के बाद गाड़ियों को छोड़ भी रहे है। यातायात विभाग के डीसीपी श्रीराम ने कहा, “हमें नाना पेठ इलाके में हुई घटना की विस्तृत रिपोर्ट मिली है।” अगर इस जांच में कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।