रक्षाबंधन के त्योहार के अब गिनती के दिन बचे हैं। वहां त्योहार से पहले एक भाई ने बहन को नए जीवन का तोहफा दिया है. भाई ने अपनी एक किडनी डोनेट कर बहन की जान बचाई है।
मिली जानकारी के अनुसार लताबेन जो की गुजरात के सूरत के व्यारा में रहती हैं. जिनकी चार साल पहले ही किडनी फेल हो गई थी। लताबेन पिछले डेढ़ साल से उसका इलाज कर रहे थे लेकिन कोई सुधार नजर नहीं आ रहा था। डॉक्टर ने सुझाव दिया के आपको अभी किडनी ट्रांसप्लांट जरुरत है। लताबेन के भाई हितेशभाई जो की सूरत के नजदीक बारडोली में रहते हैं। 37 वर्षीय भाई को जब यह बात चली तो तुरंत दौड़ते अपनी बहन के पास मदद के लिए चले आये। पहले तो परिवार वालोने मन किया पर बाद में समजाने के बाद में सभी परिवार के लोग मन गये।
किडनी ट्रांसप्लांट के लिए लताबेन और हितेषभाई दोनों के जरूरी टेस्ट भी किए गए। जिसमें हितेशभाई की किडनी का मिलान किया गया। दोनों पक्षों की सहमति के बाद 27 जुलाई को किडनी ट्रांसप्लांट किया गया। डॉ. वत्स पटेल, अनिल पटेल, यूरोलॉजी के डॉ. ऑपरेशन को चिराग पटेल समेत 50 सदस्यों की टीम ने इस ऑपरेशन को 7 घंटे में अंजाम दिया।
डॉ. वत्सा ने बताया कि, सूरत में सिर्फ मिशन अस्पताल में ही पहला लाइव किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है। उन्होंने कहा कि, लोग मरीज के भाई को बहुत शाबाशी दे रहे हैं, जिसने रक्षाबंधन के ठीक पहले अपनी बहन को किडनी दान कर अपनी ओर से अमूल्य भेंट दी। दरअसल, लताबहेन की किडनी 4 साल पहले फेल हुई थी। वह डायलिसिस पर जिंदगी जी रही थी।लताबहन को महीने में 3 बार डायलिसिस करवाना पड़ता था।
हितेषभाई ने बताया के मेरी बहन पिछले डेढ़ साल से डायलिसिस के जिंदगी थी। उसे महीने तीन से चार बार डायलिसिस करवाने हॉस्पिटल जाना पड़ रहा था। में अपनी बहन की इस गंभीर हालत को देख न सका और उसे किडनी देने का थान लिया। में मेरी बहन के काम आया, यही मेरा अच्छा नसीब है।