देश में महंगाई ने जो रफ़्तार पकड़ी थी तो वह थम सी गई है। जैसे ही शनिवार के दिन केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार का सेंट्रल टेक्स कम किया के तुरंत जैसे पेट्रोल और डीजल के दाम में गिरावट आयी। उसका तुरंत असर दूसरी चीजों पर भी देखने को मिल रहा है। खास प्रकार से बार करे तो सीमेंट के दामों मो में भी गिरावट देखने को मिली है।
बाद मोदी सरकार ने स्टील और सीमेंट के रेट भी कम कर दिए हैं। लोहे और स्टील के लिए कच्चे माल और बिचौलियों पर उनकी कीमतों को कम करने के लिए सीमा शुल्क को कम किया गया है। केंद्र सरकार ने कहा कि स्टील के कुछ कच्चे माल पर आयात शुल्क कम किया जाएगा। कुछ इस्पात उत्पादों पर निर्यात शुल्क लगाया जाएगा।
हमारे देश में ज्यादातर चीजों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए ट्रांसपोर्ट का इस्तमाल होता है। सबसे ज्यादा माल एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए रोड ट्रांसपोर्ट का उपयोग किया जाता है। जैसे ही पेट्रोल और डीजल के दाम में गिरवाट आयी वैसे ही जानकारों को मानना था के अब बाकी जीवन जरुरी चीजों के दामों में गिरावट आएगी।
सरकार ने प्लास्टिक उत्पादों के लिए कच्चे माल और बिचौलियों पर सीमा शुल्क को कम करने का फैसला किया है। बता दें कि इस मामले में भारत की आयात निर्भरता अधिक है।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के मुताबिक सीमेंट की कीमत कम करने के लिए लॉजिस्टिक्स का सहारा लिया जा रहा है। सीमेंट की उपलब्धता को बेहतर करने के लिए मानक अमल में लाए जा रहे हैं। इससे कीमतों में कमी आने की संभावना है।