यूक्रेन में फंसी MBBS की छात्रा पर कार्यवाही करेगा यूपी का पंचायती राज विभाग, पर क्यों वजह जानकार आप हक्के बक्के हो जायेंगे !

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रशिया और उक्रेन के बीच पिछले 6 दिनों से भीषण युद्ध चल रहा है। ऐसे में उक्रेन में पढाई करने गये बहुत छात्र अभी भी उक्रेन में फंसे हुए है। फंसे हुए छात्रों को सुरक्षित वापिस निकालने के लिए भारत सरकार ने ऑपेरशन गंगा लॉन्च कर दिया है। उसके तहत बहुत छात्र वापिस भी लाये गए है। आज से कुछ दिनों पहले उक्रेन में फंसे छात्रों ने विडिओ बनाकर भारत सरकार ने मदद की गुहार लगाई थी।

ऐसे ही एक छात्रा जो के उत्तरप्रदेश की रहने वाली है उसने पिछले दोनों एक विडिओ बनाकर सोशियल मिडिया पर जारी किया था।इस विडिओ में वैशाली ने सरकार से यूक्रेन में फंसे छात्रों को बचाने की अपील की थी। जिसके बाद के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडिया वायरल होने के बाद खुलासा हुआ कि वैशाली यादव हरदोई के सांडी विकासखंड के ग्राम परसोली कि ग्राम प्रधान भी हैं ओर यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई भी कर रह हैं। पिछले पंचायती चुनाव में वैशाली अपने गांव आई थी और पंचायती चुनाव जीता भी था। जीत दर्ज कराने के बाद वर्ष 2021 में वैशाली दोबारा अपनी पढ़ाई पूरी करने यूक्रेन चली गईं। अब जब वीडियो से यह खुलासा हुआ कि ग्राम प्रधान यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं तो मामले ने हवा पकड़ ली है।

मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही जा रही है कि वैशाली के खिलाफ पंचायती राज विभाग ने नोटिस जारी की है। मीडिया रिपोर्ट्स को कंफर्म करने के लिए हमने डीपीआरओ हरदोई के कई बार पोन मिलाया पर उनसे बात नहीं हो पाई। ‌बताते चलें कि एक ग्राम प्रधान होने के नाते वैशाली विदेश में रहकर पढाई नहीं कर सकती है ऐसा करने से पहले उन्हे पंचायती राज विभाग को सूचित करना चाहिए था। पंचायती राज विभाग इस बात की भी जांच कर सकता है कि जब वैशाली यादव विदेश में हैं तो इस दौरान ग्राम पंचायत में विकाश कार्य की क्या स्थिति है अगर इस इस दौरान विकाश कार्यों के लिए वैशाली के फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल किया गया है तो भी पंचायती राज विभाग कार्यवाई कर सकता है।

सोशल मीडिया पर वैशाली यादव को लेकर हो रही अलग-अलग बातें

वैशाली यादव का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह की बातें हो रही हैं। कोई सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद सरकार से वैशाली व अन्य छात्रों की मदद की अपील कर रहा है। वहीं कोई वीडियो को फर्जी बता रहा है। अनिल कुमार नाम के यूजर ने वैशाली यादव की फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘यूक्रेन में मेडिकल छात्रा बताकर सरकार पर आरोप लगाकर वीडियो बनाने वाली लड़की वैशाली यादव पुत्री महेंद्र यादव हरदोई को जब पुलिस ने पकड़ा तो पता चला कि वीडियो पिता के कहने पर सरकार को बदनाम करने के लिए बनाया गया था ।

हरदोई पुलिस

वैशाली यादव का वीडियो वायरल होने के बाद व अनिल कुमार के आरोप की सत्यता की जांच के लिए हमने एसपी हरदोई से बात की तो एसपी हरदोई ने कहा कि वीडियो के बारे में हमें जानकारी है। लेकिन अभी तक वैशाली यादव के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है और न ही कोई शिकायत मिली है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ हम जरूर एक्शन लेंगे वैशाली यूक्रेन में ही है। ‌

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