अगर आपको कोई कहे की उसका पुनर्जन्म हुआ है तो क्या आप विश्वास करेंगे? नहीं ना. क्यों की एसी बातो पर विश्वास करना बहोत मुश्किल होता है. आज एक एसेही वाकिये के बारेमे बताएँगे जिसमे पुनर्जन्म का दावा करा जा रहा है. बात उत्तरप्रदेश के मैनपुरी जिल्ले की है. जिस लडकेने पुनर्जन्म का दावा किया है वह 8 साल पहले मर चूका है. उसकी मृत्यु नाहर में डूबजाने की वजह से हुई थी. लड़के का नाम चन्द्रवीर है.
दरअसल हुआ यु की, जबसे चंद्रवीर बोलना सिखा था तबसे वह पुनर्जन्म की बात कह रहा था और नगमा सहेली गाव की और जाने की जिद करता था. हमेश चंद्रवीर कहेता था की उसे अपने माता पिता से मिलना है. लेकिन अपने बेटे को खो देने के डरसे उसे हाल के माता पिता उसे वहा नहीं ले जा रहे थे. लेकिन 8 साल तक सहन करने के बार उसके पिता ने तय किया की आज तो उसे नगमा सहेली गाव लेकर ही जायेंगे.
चंद्रवीर के पूर्व जन्म के पिता का नाम प्रमोद कुमार है. जब वह प्रमोद कुमार के घर पंहुचा और प्रमोद कुमार को पिता कहकर पुकारा तो प्रमोद हेरान रह गए की कोई अनजान बालक उन्हें क्यों पिता कह रहा है. बाद में जब चंद्रवीर ने उन्हें कहा की में तुम्हारा 8 साल पहले मारा हुआ बेटा रोहित हु, जिसकी नहर डूबकर मृत्यु हो गई थी. तब प्रमोद कुमार के आंसू छलक आये.
प्रमोद कुमार बताते हुए कहते है की, उनके लड़के का नाम रोहित ही था. 2013 में उसकी नहर में डूबनेकी वजह से मौत हो गई थी. तब रोहित 13 साल का था. उसके बाद प्रमोद कुमार और उनकी पत्नी अपनी बेटी के सहारे ही जीवन व्यापन कर रहे है.
यह बात गाव में वायु वेग से फ़ैल गई. सब गाव वाले प्रमोद कुमार के घर पर जमा हो गए. गाव वाले उस लड़के को रोहित से जुडी बाते पूछने लगे तो चंद्रवीर उसके सटीक जवाब देता जा रहा था. यह देख कर सभी हेरान रह गए थे. जब रोहित के प्रद्यापक उसके घर आये तो चंद्रवीर ने उन्हें नाम लेकर पुकारा. यह देख प्राध्यापक भी हेरान रह गए. प्राध्यापक चंद्रवीर को लेकर स्कुल गए और वहा के बारे में पूछने लगे. तब भी चंद्रवीर सही जवाब दे रहा था.
यह घटना 19 अगस्त की है. यह सब देख कर सभी हेरान है. सब सोच रहे है की ऐसा कैसे मुमकिन है की किसीका पुनर्जन्म हो? अब इस घटना को देखकर हम विवश हो गए है की इसे हकीकत माने या छलावा? आपकी राय जरुर कमेन्ट करके बताये.