जब किसी का विवाह होता है तब भारतीय शादियो में जिसकी शादी हो रही होती है उसके मामा उसके लिए भात लेकर आते है| कई जगहों पर इसको अलग अलग नामसे जाना जाता है| मामा की परिस्थिति के हिसाब से मामा अपने भांजे या भांजी के लिए भात लेकर आते है| लेकिन राजस्थान के चित्तोरगढ़ में एक ऐसी भात आई जिसमे तक़रीबन 60 टोला सोना था और करीब 3 किलो जितनी चांदी भी थी|
जो इतना सारा सोना और चांदी लेकर भात भरने आया था, उस व्यक्ति का नाम कनैया है| उसकी बहिन का नाम डोली है जो कपासन में रहती है| कन्हैया को लोग राजस्थान का गोल्ड मेन कहते है, इसके पीछे भी एक कारण है| कन्हैया अपने शरीर पर करीब 3 किलो 600 ग्राम सोना पहनता है| कन्हैया बहोत बड़ा सोने का शौखिन है, इसके लिए उनको राजस्थान का गोल्ड मेन कहा जाता है|
जब भात मनाने के लिए सामने वाला पक्ष आया था तबसे ही इलाके में इसको लेकर काफी कुतूहल थी| भात का आयोजन स्थल वारिका में रखा गया था| वहा तक जाने के लिए 2 ऊंट गाडी और 5 बैल गाडी का आयोजन करा गया था| ऊंट गाडी और बैल गाडी को बेहद ही अच्छे तरीके से सजाया गया था जो आसपास के लोगो का आकर्षण का केंद्र बना हुआ था| ऊंट गाडी में भात के कपड़ो को सजाया गया था|
आपको बतादे इ कन्हैया महज 15 साल पहले चित्तोरगढ़ में केले का ठेला लगाकर अपना जीवन यापन करते थे| तब उनकी आर्थिक परिस्थिति इतनी अच्छी नहीं थी| उसके बाद उन्होंने सेब का बिजनेस शुरू किया था| धीरे धीरे वह कश्मीर से सेब लाकर यहाँ पर बेचने लगे| सेब बेचने में उनको बहोत मुनाफा होने लगा और उनकी गाडी पटरी पर दौड़ने लगी| एक दिन उनके एक दोस्त ने उन्हें 2 तोले सोने की चेन पहनाई थी तबसे उनको सोने का शौख लग गया है|