अगर हम न्यूज चेनल या अख़बार उठाकर देखेंगे तो हमें ऐसा ही लगेगा की इंसानियत मार गई है| चारो तरफ कुछ न कुछ ऐसी घटनाये हो रही है जो इंसानियत के खिलाफ है| इंसानियत के साथ साथ इमानदारी भी बहोत कम लोगो में दिखाई पड़ती है| इन्स्तानियत और ईमानदारी की मिसाल बनकर एक महज 10 साल का लड़का सामने आया है| उसने एक ऐसी मिसाल कायम करी है की सुनके उस बच्चे के प्रति सन्मान हो जाता है|
हम बात कर रहे है उत्तरप्रदेश के बरेली की| यहाँ पर 10 साल के मासूम हन्नान को रास्ते में करीब 5 लाख रुपये भरी हुई बेग मिलती है| बेग मिलने के बाद हन्नान ने उस बेग के मालिक की तलाश करी लेकिन वह नहीं मिला| हन्नान ने काफी कोशिश करी लेकिन मालिक न मिलने पर हन्नान वह बेग लेकर अपनी माँ के पास चला जाता है| माँ ने भी अपने बेटे की तरह एक ईमानदारी की मिसाल कायम करते हुए अपने बेटे को यह बेग वापिस उसके मालिक को देने के लिए कहा था|
हन्नान वापिस उसी जगह जाता है जहासे उसे वह बेग मिला होता है| बेग मिलने की जगह पर पहुचकर हन्नान काफी देर तक उसके मालिक को खोजता है, लेकिन वह नहीं मिलता है| आखिर कार बेग का मालिक वहा पहुचता है और लड़के के पास से बेग को ले लेता है| हन्नान के पिता एक सामान्य मेकेनिक है| उनकी आर्थिक परिस्थिति उतनी अच्छी ना होने के बावजूद बच्चे ने वह बेग वापिस कर दिया था|
हन्नान की माने बेग खोलकर देखा था, जिसमे पैसो की गड्डी रखी हुई थी| उसकी माने हन्नान को कहा था की यह पैसे जिसके होंगे उसकी हालत अभी क्या होगी| यह सोचकर हन्नान की माने उसको बेग वापिस करने के लिए बोला था| बेग ठेकेदार फिरासत हैदर खान का था| वह अपनी कार से आये थे लेकिन गली तंग होने की वजह से उन्होंने रिक्शा पकड़ी थी| रास्ते में बेग कैसे गिर गया वह उन्हें भी मालुम नहीं है|
हमारे बच्चो को हमें भी हन्नान की माके जैसे संस्कार देने चाहिए, तभी दुनिया में इंसानियत और ईमानदारी जिन्दा रहेगी| ऐसी सकारात्मक खबरे हरदिन पाने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे और इस लेख को अपने परिजन और मित्रो के साथ शेयर करना न भूले| धन्यवाद|