किसान आंदोलन के समयपे एक चेहरा काफी चर्चा में रहा जो की था किसान नेता राकेश टिकैत का। नए कृषि बिलके खिलाफ चल रहे आंदोलन मैं भाग लेने और २६ जनवरी जैसी घटनाओ के चलते टिकैत जेल भी जा चुके हैं। कहा जाता हैं की टिकैत भारत के सबसे अमीर किसान हैं। हलाकि टिकैत अपनी पुलिस की नौकरी बोहोत पहले छोड़ चुके हैं और राजनितिक तौर पर भी हमेशा से असफल रहे हैं।
टिकैत अपनी करियर की शुरुआत मैं दिल्ली पुलिस में अफसर थे। लेकिन १९९३ के किसान आंदोलनों के वक़्त उन्होंने नौकरी छोड़ दी। उनके पिता महेंद्रसिंह टिकैत भी किसान नेता थे। वे भारतीय किसान यूनियन के सह संस्थापक भी रहे। बाद मैं टिकट ने अपने पिताजी को ज्वाइन कर लिया और अभी वे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता हैं। हलाकि टिकैत उनके पिताजी के जितना सफल और लोकप्रिय नहीं हो पाए।
उत्तर प्रदेश मैं टिकैत का पुश्तैनी घर गृहनगर मैं हैं। उस मैं उनका पूरा परिवार रहता हैं। जोकि उनके दादाजी ने बनाया था। इसके आलावा बड़े तख्ते पर उनकी उतर प्रदेश मैं जमीन और खेत हैं। जो की उनके पिताजी और दादाजी ने ख़रीदा था। उनकी कुल सम्पति ८० करोड़ के आसपास हैं। जिसका अधिकांश हिस्सा पैतृक संपत्ति का हैं और कुछ हिस्सा टिकैत ने खुद कमाया हैं। उनकी संपत्ति मैं जमीं और खेत के आलावा कुछ गाड़िया और घर हैं।
२०२०-२१ के दौरान लाइमलाइट में आने वाले टिकैत को काफी लोगो का समर्थन भी मिला हैं। और काफी लोगो का मानना है की वे बस स्वार्थ निकलने के लिए किसानो को गुमराह कर रहे हैं।