अभी तो मार्च का ही महीना है और गर्मी का पारा बहुत ऊपर चढ़ गया है। अभी से देश के बहुत से राज्यों में लोग गर्मी से परेशान होना शुरू हो गए है। ऐसे में उत्तरप्रदेश में गर्मी ने नया रिकॉर्ड ही बना डाला है। बतादे के वेस्ट यूपी (West UP) के विभिन्न ज़िलों में इस बार मार्च के महीने में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दस साल के इतिहास में मार्च के महीने में इतनी गर्मी नहीं पड़ी थी।
भारतीय कृषि प्रणाली अऩुसंधान संस्थान के प्रिंसिपल वैज्ञानिक डॉक्टर एन सुभाष का कहना है कि इस बार मार्च के महीने में ही यहां तापमान अड़तीस डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। वो कहते हैं कि पिछले दस साल में इतनी गर्मी कभी नहीं पड़ी. डॉक्टर एन सुभाष का कहना है कि ये गर्मी नॉर्मल टेंप्रेचर से पांच डिग्री ज़्यादा है।
आईआईएफएसआर के वैज्ञानिक डॉक्टर एन सुभाष का कहना है कि इस बार लोग लू के थपेड़ों के लिए भी तैयार रहें। उन्होंने बताया कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में लू चलने लगेगी। हीट वेव जल्दी आने की आशंका है। किसानों को सलाह देते हुए डॉक्टर सुभाष कहते हैं कि ऐसे मौसम में मिट्टी में आद्रता की कमी हो जाती है. लिहाज़ा स्वाइल में मल्चिंग करनी पड़ेगी।
इधर भीषण गर्मी को देखते हुए वही लोग आजकल दोपहर में घर से निकल रहे हैं, जिन्हें बहुत जरूरी काम है। लोग चेहरा ढककर मार्च की गर्मी को मात दे रहे हैं या फिर गन्ने का जूस पीकर तापमान का मुकाबला कर रहे हैं। लोग गन्ने का जूस पीते हुए भी यही कह रहे हैं कि मार्च की गर्मी ने तो रिकॉर्ड तोड़ दिया है। सूर्य देवता से प्रार्थना करते हुए लोग कहते हैं कि प्रभु जब अभी ये हाल है तो मई जून में क्या होगा।