हमारे देश की सेना हर हंमेश किसी भी मुसीबत में देश के लोगो की सेवा करने के लिये तैयार रहती है। चाहे वो बाढ़ हो आगा लगी हो कही पे कोई फस गया हॉ सेना के जवान हमेशा लोगो के लिए तैयार रहते है। लोगो के बचाव करते समय कई बार सेना के जवानो में से कोई कोई जवान शहीद भी हो जाता है। ऐसा ही एक आँखे नाम कर देने वाला मामला हिमाचल प्रदेश के शिमला में से सामने आया है।
जैसा के हम सब जानते है ठंडी के मौसम में शिमला में भारी संख्या में लोग घूमने आते है। ऐसे में कई बार ठंडी के मौसम में शिमला में भारी हिमवर्षा होती है। इस में कुछ पर्यटक फस भी जाते है। ऐसे फसे हुए पर्यटकों को निकाल ने की सूचना वीरेन्द्रसिंह और उनकी टीम को मिली थी। वीरेंद्रसिंह और उनकी टुकड़ी कुफरी और छराबड़ा इलाके के लोगों की हेल्प करने जीप से जा रहे थे। इस जीप में 6 जवान थे। जब उनकी जीप चीनी बंगला से होकर गुजरी तो वहां बर्फ पर फिसल गई। गाड़ी सीधी मीटर गहरी खाई में जाकर गिरी। इस एक्सीडेंट के चलते वीरेंद्र की रीड की हड्डी टूट गई।
इस दुर्घटना के बाद वीरेंद्र को GMC शिमला में एडमिट किया गया। यहाँ उनका लगभग एक हफ्ते इलाज चला। हालांकि सोमवार शाम को वीरेंद्रसिंह शहीद हो गये। वीरेंद्र के जाने के बाद उनके पूरे परिवार में शौक की लहर छा गई। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत बेकार है। वीरेंद्र घर में अकेले कमाने वाले थे। उनके पिता की मौत हो गई है। मां हमेशा बीमार रहती है। वैसे वीरेंद्र के चार जवान भाई भी है लेकिन फिलहाल वे कमाते नहीं है।
वीरेंद्र सिंह का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान जवान की विधवा पत्नी दुल्हन की ड्रेस पहन सज-धजकर आई। उसने नम आंखों से अपने पति को अंतिम विदाई दी। इस मौके पर वीरेंद्र के साथी पुलिस जवान भी आए।पति की शहादत के बाद पत्नी का रो रो के बुरा हाल है। वह एकदम से अकेली पड़ गई है। उधर सोशल मीडिया पर जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वह अपनी आँखें नम होने से नहीं रोक पाया।