ग्लोबल वार्मिंग और बढ़ते प्रदुषण को कम करना आज पूरी दुनिया के हर देश की प्राथमिकता बन गई हे. इस होड मे विकसित देश सबसे आगे नजर आ रहे हे. प्रेटोल डिसल से गुमने वाली गाडिया प्रदुषण फ़ैलाने का एक मुख्य स्त्रोत या बडे वजहो मे से एक माना जाता हे. ऐसेमें इसका विकल्प ढूढ़ना प्राथमिकता बनता जा रहा हे. साथ ही प्रेटोल डिसल की कीमते भी आसमान छू रही हे. आम इंसान को इसके लिए सस्ता विकल्प चाहिए जिसे पूरा करने के लिए आज ऑटो इंडस्ट्री इलेक्ट्रिक कार से लेके CNG और अब हाइड्रो कार का निर्माण कर रहे हे.
हयड्रोजन कार से नहीं होगा प्रदुषण, प्रेटोल डीजल का बन सकती हे विकल्प
धीरे धीरे पेट्रोल और डीजल महँगा भी होता जा रहा हे और ख़त्म भी होता जा रहा हे इसके दूसरे विकल्प के तौर पे इलेक्ट्रिक कारे या हायड्रोजन कार को देखा जा रहा हे. आज इलेक्ट्रिक कार मार्किट मे आ गई हे और लोग इसे काफी पसंद भी कर रहे हे मगर इलेक्ट्रिक कार की कुछ अपनी सीमाएं हे जैसे की कुछ किलोमीटर चलने के बाद उसे चार्ज करना होता हे साथ ही चार्ज करने मे वक्त भी बोहत लगता हे. ऐसे मे चार्ज करने के मुकाबले हाइड्रोजन भरवाने में बहुत कम समय लगता है और इसकी एवरेज भी काफी बहेतरीन हे. टोयोटो ने ऐसी ही एक हयड्रोजन कार बाजार मे लांच कर दिहे आइये जानते हे इसके फीचर।
टोयोतो ने अपनी इस कार का नाम मिराई रखा हे, यह कार जो हाइड्रोजन पर चलती है. मिराई मे हाइड्रोजन फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक वाहन है, जिसमें तीन हाइड्रोजन टैंक और फ्यूल सेल हैं, जो हाइड्रोजन के लिए है. इसके आलावा कार मे लिथियम आयन बैटरी और एक इलेक्ट्रिक मोटर भी है, यानि ह्य्द्रोजन के साथ सात इलेक्ट्रिक भी. हयड्रोजन टेंक मे करीब 6 किलोग्राम हाइड्रोजन डाला जा सकता हे.
टोयोटा मिराई हयड्रोजन कार 10 मिनट मे टंकी होगी फूल और 1000 किलोमीटर तक चल पायेगी
इसकी एवरेज की बात करे तो यह 6 किलो हाइड्रोजन मे आप 600 किमी से अधिक का सफर तय कर सकते हे. कुछ लोगो का दवा हे की यह कार कार 1000 किमी तक का सफर कर पति हे. इस कार की सबसे बडी विशेषता यह हे की इस कार से प्रदुषण नही होता. नई मिराई का लुक भीशानदार दिया हे, इसका लुक लग्जरी सेडान जैसा हे इसमे JBL का ऑडियो सिस्टम लेदर इंटीरियर के साथ कार का लुक बेहद ही रॉयल और शानदार हे.
कहा जाता हे की इस कार का आवाज कम या न के बराबर हे. यह कार प्रेटोल, डिजल और इलेक्ट्रिक कारों का एक अच्छा विकल्प हो सकती है. इसमे हयड्रोजन भरने में 10 मिनट का समय लगता है लेकिन हाइड्रोजन फिलिंग स्टेशन की कमी और अनिर्धारित हाइड्रोजन की कीमत चुनौती से कम नही है. दुनिया का भविष्य बिना प्रेटोल डीजल के बेहद दिलचस्प होने वाला हे.