हमारे देश में आये दिन देश के कुछ इलाको में हमारे जवानो की भिड़ण्त कुछ आतंकवादी तत्वों से होती रहती है। आतकियो और जवानो की बीच की मुठभेड़ में देश के कुछ जवान शहीद हो जाते है। शहीद जवानो में कई जवान ऐसे भी होते है जो अपने माँ बाप के एकलौते बेटे या भाई या फिर तो कुछ जवान अभी अभी ही बाप बने होते है या फिर उनकी अभी अभी शादी हुई होती है।
आज हम आपको एक ऐसी ही घटना के बारे में बताने वाले है जिससे आपकी आँखे नम हो जायेगी। बतादे के कुछ दिनों पहले हरियाणा के सिरसा जिले के गांव भावदीन का जवान निशान सिंह कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ लोहा लेते समय गोली लगने से शहीद हो गये थे।निशान सिंह की माताजी ने बताया के दो दिन पहले ही निशान का अपने माता-पिता को फोन किया था। निशान सिंह ने मां प्रकाश कौर से कहा था कि अभी जल्दी छुट्टी नहीं मिलेगी. जून के आसपास घर आउंगा।
बेटे की शहादत की जानकारी शनिवार शाम को परिजनों को मिलते ही पूरे गांव में मातम का माहौल बन गया। जवान का परिवार गहरे सदमे में है। करीब दो माह पहले ही निशान सिंह की शादी हुई थी। आपको बतादे के निशान सिंह ने वर्ष 2013 में 19 राष्टीय राइफल में बतौर सैनिक भर्ती हुए थे।
जवान का पार्थिव शरीर रविवार दोपहर सिरसा के गांव भावदीन में पहुंचा। गांव के अड्डे से सैंकडों की संख्या में बाइक सवार गांव के लोग आर्मी के वाहन जिसमे शहीद का शव था उसे लेकर घर पहुंचे. शहीद की शहादत पर पूरे गांव की दुकानें बंद रही। हर कोई शहीद निशान सिंह को नम आंखोंं से श्रद्धांजलि देता नज़र आया। सिरसा ज़िले के राजनितिक और समाजिक लोग भी शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।