हमारे देश में ज्यादातर लोगो के दिमाग में पुलिस की एक सख्त छवि है। लेकिन कभी-कभी परिस्थिति ऐसी आती है कि पुलिसवालों की ममता जाग जाती है और मां की तरह उसे बच्चे की देखभाल करनी पड़ती है। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के पंचकूला से सामने आया है।
हरियाणा के पंचूकला (Panchkula) जिले में एक 3 साल के बच्चे को उसके मां-बाप पुलिस थाने में छोड़कर फरार हो गए. दरअसल पंचकूला के मोरनी के गांव कोलयो से एक पति पत्नी अपने झगड़े को सुलझाने के लिए महिला थाने पहुंचे थे. एसआई रीटा देवी ने उनसे कहा कि आप दोनों पति-पत्नी एक बार बाहर जाकर अकेले में बात कर लो. लेकिन जब वह दोनों अकेले में बात करने गए तो वहां से फरार हो गए और अपना 3 साल का बच्चा वहीं छोड़ गए.
पुलिस वाले पूरा दिन बच्चे के माता-पिता को फोन करते रहे पर दोनों अपना बच्चा लेने थाने नहीं आए। हैरत की बात यह रही कि उस 3 साल के बच्चे को पूरा दिन महिला थाना के पुलिस कर्मियों ने बड़े अच्छे से संभाल कर रखा। उस बच्चे के लिए दूध की बोतल का प्रबंध किया गया। पुलिस कर्मियों ने उसे गोद में बिठाकर दूध पिलाया। कुछ देर बाद बच्चा चॉकलेट की भी डिमांड करने लगा। तो बच्चे के लिए चॉकलेट और कुछ खिलौने भी लाए गए। बच्चे की और भी जितनी जरूरते महसूस हुईं पुलिस ने सभी को पूरा किया।
बच्चे ने जिस चीज की डिमांड की उसके लिए वही चीज मार्केट से लाई गई. यही नहीं बच्चा पुलिसकर्मियों की कैप भी डालने की जिद करने लगा. जिस पर महिला थाना की एसएचओ नेहा चौहान ने अपनी कैप उतार कर उस बच्चे के सिर पर रखी और बच्चा भी बहुत खुश हुआ.
जब यह मामला पंचकूला के डीसीपी मोहित हांडा और पंचकूला के कमिश्नर सौरव सिंह के संज्ञान में पहुंचा तो उस बच्चे के मां-बाप को सख्ती से बुलाया गया. बच्चे को लेने उसकी मां तो नहीं पहुंची लेकिन उसका पिता जरूर आया. बच्चे के पिता को जननायक जनता पार्टी के नेता अजय गौतम और सुदेश रानी थाने में लेकर पहुंचे. पुलिसकर्मियों ने बच्चे को देर रात उसके पिता को लौटा दिया.