जब से योगी आदित्यनाथ दूसरी बार जित कर के आये है तब से प्रदेश में बहुत से विकास कार्य हो रहे है। इस विकास के कार्यो की सूचि में एक और बडा काम जुड़ गया है। बतादे के उत्तरप्रदेश का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले गाजियाबाद के रेलवे स्टेशन की अब जल्द ही काया पलट होने वाली है।जल्द ही यह पुराना रेलवे स्टेशन कुछ महीनो में एयरपोर्ट से कम नहीं दिखेगा।
बतादे के देश के प्रमुख स्टेशनों के री-डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत गाजियाबाद के रेलवे स्टेशन को चुना गया है। स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग में बदलाव कर तीन मंजिला आलीशान इमारत बनाई जाएगी।जिससे गाजियाबाद शहर का पुराना रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट जैसा दिखेगा, जहां आधुनिकतम सुविधाएं भी मिलेंगी।इसमें यात्रियों के लिए वेटिंग हॉल से लेकर टिकट काउंटर और अधिकारियों के कार्यालय अलग-अलग मंजिल पर होंगे।
यूपी का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले गाजियाबाद का रेलवे स्टेशन न सिर्फ यूपी के अन्य जिलों को बल्कि पूर्वोत्तर राज्यों को दिल्ली से जोड़ता है। इस स्टेशन से रोजाना करीब 225 ट्रेनें गुजरती हैं और करीब डेढ़ से पौने दो लाख लोग रोजाना सफर करते हैं। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों ने इसका डिजाइन तैयार कर लिया है।
केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद वीके सिंह के प्रयास से री-डेवलपमेंट प्रोग्राम में शामिल हुए गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के इस कायाकल्प पर करीब 350 करोड़ से ज्यादा का बजट खर्च किया जाएगा। हालांकि अब इस कारपोरेशन को समाप्त कर स्टेशन को विकसित करने का काम रेलवे के हाथ में दे दिया गया है। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों ने इसका डिजाइन तैयार कर आगणन बना लिया है।