महंगाई की मार आम आदमी पर ज्यादा पड़ती है| फिलहाल देश में महेंगाई अपने चरम पर है| कई राज्यों में पेट्रोल डीजल के भाव 100 रुपये के पार पहोच गए है| गेस सिलिंडर काभी भाव बहोत अधिक हो गया है| ऐसे में कुछ अच्छे तो कुछ बुरे समाचार खाद्य तेल के आ रहे है| कुछ तेल के भाव बढे है तो कुछ तेल के भाव गटे है| कही आप जो तेल यूज करते है उसके भाव तो नहीं बढे? निचे लेख में पूरी जानकारी पढ़े|
विदेशी बाजारों के मिश्रित रुजानो से पिछले सप्ताह में दिल्ही थोक बाजार मेभी उसका असर देखनेको मिला| कई तेल के भाव में गटबढ़ दिखनेको मिली| पिछले सप्ताह दाल, चीनी, अनाज और गुड महेंगे हो गए है| अगर हम मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज की बात करे तो, पान ओइल का अक्तूबर का वायदा सप्ताह के दौरान 91 रेटिंग चढ़कर 4457 रेटिंग प्रति टन रहा जबकि दिसंबर का अमेरिकी सोया तेल का वायदा 1.49 सेट टूटकर 60.01 सेंट प्रति पाउंड रहा|
स्थानीय बाजार में खाद्य तेलों में 366 रुपये प्रति क्विंटल तक की गटबढ़ देखनेको मिली| वनस्पति तेल 366 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ा है, सरसों का तेल 292 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ा है जबकि पान ऑयल 220 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ा है| दूसरी और मूंगफली तेल में 366 रुपये प्रति क्विंटल, सूरजमुखी के तेल में 366 रुपये प्रति क्विंटल और सोया रिफाइंड तेल में 73 रुपये प्रति क्विंटल की गट आई थी| यानी की भाव उतरे थे| अगर हम तेल के भाव के बारेमे बात करे तो सरसोंका तेल 18314 रुपये, मूंगफली तेल 17948, सूरजमुखी तेल 17582 रुपये, सोया रिफाइंड तेल 15897 रुपये, पान ऑयल 12967 रुपये और वनस्पति तेल 13773 रुपये प्रति क्विंटल रहा था|
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