कातिल समझ पत्नी को भेजा जेल, पांच साल बाद जिंदा लौटा पति, मामला देख पुलिस भी चकराई..

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बिहार में एक व्यक्ति की हत्या का ऐसा मामला सामने आया हैं जिसमे उसकी पत्नी और ससुराल वालो को दोषी ठहरकर कोर्ट में केस चल रह था। और वह व्यक्ति अब ज़िंदा लौटकर आ गया हैं। किस्सा थोड़ा फिल्मी लगता हैं पर जब वो शक्श लौट के आय तो पुरे गांव में उसे देखने के लिए भीड़ लग गयी की आखिर एक इंसान जिसकी हत्या हो गयी थी वो लौटके कैसे आ सकता हैं।

दरअसल हुआ यु की बिहार के चम्पारण के रहने वाले व्यक्ति जिनका नाम रामबहादुर राव हैं ,जिनकी हत्या का आरोप उनकी पत्नी पर हैं। वे गुजरात में एक फैक्ट्री में काम कर रहे थे। 2015में उनके भाई विकास का एक्सीडेंट हो गया था तब रामबहादुर राव उसके भाई को मिलने बिहार पहुंचे थे। उनको मिलने के बाद वे वापिस गुजरात चले गए थे। विकास की तबियत ठीक होने पर वे अपने भाइये के घर पहुंचे चम्पारण जिले में तो उनकी भाभी ने उनको ठीक से नहीं बताया की वो कहा हैं। वही उनके भाई के ससुराल वालोने भी ठीक से जवाब नहीं दिया। तब विकास को शक हुआ की कही उसके भाई की इन लोगो ने हत्या तो नहीं कर दी।

अपने शकके बल पर उसने उनकी भाभी और उनके परिवार वालो पर हत्या को लेकर शिकायत दर्ज करने की कोशिश की जो की ख़ारिज कर दी गयी तो उन्होंने बेतिया थाने में भाभी गुड्डी देवी और उनके परिजनों पर अपहरण और हत्या का केस दर्ज करवाया। आरोपियों का केस बेल के लिए हाईकोर्ट पहुंचा था जहाँ उनकी भाभी को बेल तो मिल गयी थी पर केस अभी भी विचाराधीन था। वही अचानक 5 साल बाद रामबहादुर घर लौट के आ गया।

रामबहादुर को देखने भीड़ इक्कठी हो गयी थी। रामबहदुर ने बताया की आखिर वो था कहा। रामबहादुर ने सबको बताया कि गुजरात में वो एक धागा बनाने वाली कंपनी में काम करता था। एक दिन जब वो काम से घर लौट रहा था, तभी एक्सीडेंट हो गया और वो बुरी तरह से घायल हो गया था। एक्सीडेंट के बाद वह कोमा में चला गया था। उसका जो दोस्त उसका ख्याल रख रहा था उसकी भी कोरोना की वजह से मृत्यु हो गयी। रामबहादुर को जब होश आया तो कुछ याद नहीं था।

रामबहादुर को जब सब धीरे धीरे यद् आने लगा तो वो तब तक अपने परिवार से संपर्क खो चूका था। उसने फेसबुककी मदद से अपने परिवार के साथ संपर्क बनाने की कोशिश की। उसको फेसबुक पर अपने बेटे आकाश का नंबर मिल गया वहां से उसने अपने परिवार का संपर्क किया और वो अपने बच्चो और परिवार के पास वापिस लौट आया।

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