जैसा की हम जानते हे जब से एलन मस्क टेसला की इलेक्ट्रिक कार लेके आये हे तब से पूरी दुनिया मे इलेक्ट्रिक कार के प्रति लोगो का नजरिया बदल गया हे. इलेक्ट्रिक कार को महँगा, स्लो और कम आरपीएम वाला माना जाता था, मगर जब से टेसला मार्केट मे आई लोगो ने देखा की एलेक्ट्रिक्स कार भी नए जनरेशन के फीचर के साथ साथ पावरफुल इंजन भी दे सकता हे.
अगर भारत की बात करे तो, भारत मे ज्यादातर प्रेटोल डीजल दूसरे देशो से आयात किया जाता हे. प्रेटोल डीजल की कीमते आज आसमान छू रही हे. हर कोई प्रेटोल डीजल का विकल्प ढूंढ रहा हे. माना जाता हे की प्रेटोल डीजल का सबसे अच्छा विकल्प इलेक्ट्रिक वेहिकल हे. टेसला जल्द ही भारत मे अपनी इलेक्ट्रिक कार लेके आ रही हे वही भारत की ऑटोमोबाइल कम्पनी ने भी टेस्ला को टक्कर देने के लि ए अपनी कमर कस ली हे. टाटा आने वाले ५ सालो मे १० नई कार लेके मार्केट में आ सकते हे.
अब लग रहा हे टाटा मोटर्स का पूरा फोकस इलेक्ट्रिक वेहिकल पे हो, इलेक्ट्रिक वीकल्स को सातवे आसमान पे पोहचने टाटा मोटर्स (Tata Motors) को भरी निवेश की जरुरत पडेगी। अगर खबरों की माने तो टीपीजी (TPG) टाटा मोटर्स के इलेक्ट्रिक वीकल्स डिवीजन में 1 अरब डॉलर का निवेश कर सकता है। अगर ऐसा होता हे तो इलेक्ट्रिक वेहिकल पर काम तेजी से हो पायेगा जिससे जल्द ही भारत एलेट्रिक कार मिल सकती हे.
टाटा मोटर्स Abu Dhabi Investment Authority से लेके पीफ तक इन्वेस्टमेंट के लिए बात कर रही हे. साथ ही फण्ड जुटाने मे Morgan Stanley और JP Morgan काम कर रहे हे। यानि जल्द ही अब टाटा की इलेक्टिक कार के लिए भरी निवेश आने वाला हे. निवेश से कार निर्माण तेज होगा और इलेक्ट्रिक कार की बढती मांग के सामने सस्ती कारे बना के इलेक्ट्रिक कार का बडा मार्केट बन सकता हे जिससे प्रेटोल डीजल की बढती कीमतो से भी बचा जायेगा।