भारत में बढती पेट्रोल डीजल की कीमतों की वजह से लोग CNG और इलेक्ट्रिक वाहनों की और अपना रुख मोड़ रहे है| सरकार भी इसका विकल्प खोज रही है| सरकार को काफी हद तक इस परेशानी का इलाज मिल गया है| बस देरी इसे लागू करने की बताई जा रही है| जब यह नियम लागू हो जाएगा तो आप और हम 60 से 65 रुपये प्रति लीटर इंधन अपनी गाडी में भरवा सकेंगे|
हाल ही में सड़क परिवहन एव हाइवे मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था की वह बहोत जल्दी वाहन निर्माता कंपनियो को फ्लेक्स फ्यूल इंजिन बनाने का आदेश जारी करेंगे| उन्होंने कहा था की वह यह काम आने वाले 3 से 4 महीनो के अन्दर कर देंगे| इसमें एक इंजिन कई इंधनों से चल सकेगा| जिससे सीधा फायदा आम उपभोक्ता को होने वाला है|
अब आप कहेंगे की यह फ्लेक्स फ्यूल इंजिन होता क्या है| हम आपको बताते है| फ्लेक्स फ्यूल इंजिन दरअसल ऐसा इंजिन होता है जो 1 से ज्यादा इंधनों पर चल सकता है| वैकल्पिक इंधन की बात करे तो यह इथेनोल है| अगर हम इथेनोल का इस्तेमाल करते है तो वह 60 से ६२ रुपये प्रति लीटर के हिसाब से मिलता है| जबकि पेट्रोल देश के कई हिस्सों में 100 रुपये के आसपास है| इसका मतलब यह हुआ की उपभोक्ताओ को 35 से 40 रुपये प्रति लीटर की बचत होने वाली है|
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के इस आदेश से लोगो के पास विकल्प होगा की वह 100% कच्चा तेल यूज करे या 100% इथेनोल यूज करे| ब्राजील, केनेडा और अमेरिका में वाहन निर्माता कंपनिया फ्लेक्स फ्यूल इंजिन का इस्तेमाल करती है| प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस काम से सहमत है| फ्लेक्स फ्यूल वाले वाहन में पेट्रोल के साथ मिथेनोल और इथेनोल का इस्तेमाल किया जाता है|
पहले हमारे देश में 20% इथेनोल पेट्रोल में मिलाने का लक्ष 2030 का था जिसे नरेन्द्र मोदीजी ने घटा कर 2025 कर दिया है| सरकार का रुख वाहनों से हो रहे वायु प्रदुषण को कम करना है| जल्द से जल्द सरकार प्रदुषण के ऊपर नियंत्रण लाना चाहती है| इथेनोल की मदद से हमारी आयत की निर्भरता कम हो जायेगी|