विदेशी बाजारों में गिरावट के चलते खाने का तेल हुआ सस्ता, आगे और सस्ता होने की उम्मीद !

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मंगलवार के दिन सोयाबीन, सरसों, सीपीओ, पामोलीन और बिनौला सहित सभी तेल-तिलहनों के भाव में गिरावट दर्ज की गई है जिसके चलते सोयाबीन की नई फसल की आवक के बीच वायदा कारोबार में भाव टूटने से सोयाबीन दाना और लूज के भाव में गिरावट आई। सोयाबीन की गिरावट से सरसों तेल-तिलहन के भाव भी दबाव में रहे। मलेशिया एक्सचेंज की गिरावट के कारण सीपीओ और पामोलीन तेल के भाव भी गिरावट के साथ बंद हुए।

विदेशी तेल-तिलहन बाजारों में आयी गिरावट के बाद हमारे देश में भी तेल-तिलहन बाजारों में सोयाबीन, सरसों, सीपीओ, पामोलीन और बिनौला सहित सभी तेल-तिलहनों के भाव में गिरावट देखने को मिली है। मंडियों में भाव टूटने से किसान मूंगफली की बिक्री नहीं कर रहे हैं और गुजरात में स्थानीय खपत के लिए मांग होने के बीच मूंगफली तेल-तिलहन के भाव अपरिवर्तित बने रहे। बाजार के जानकार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में 1.75 प्रतिशत की गिरावट है, जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में फिलहाल 0.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।

सूत्रों ने कहा कि सोयाबीन की नई फसल की आवक के बीच वायदा कारोबार में भाव टूटने से सोयाबीन दाना और लूज के भाव में गिरावट आई। इस गिरावट का असर तेल कीमतों पर भी हुआ जिससे सोयाबीन तेल के भाव भी प्रभावित हुए और शिकॉगो एक्सचेंज के कमजोर होने यह और नीचे आया।

अगले साल सस्ता हो सकता है सरसों तेल का जानिए क्यों

उन्होंने कहा कि सोयाबीन की गिरावट से सरसों तेल-तिलहन के भाव भी दबाव में रहे। वहीं मलेशिया एक्सचेंज की गिरावट के कारण सीपीओ और पामोलीन तेल के भाव भी गिरावट के साथ बंद हुए। मांग कमजोर होने से बिनौला तेल के भाव में भी गिरावट आई। गुजरात की मांग होने तथा नीचे भाव में कम बिकवाली के कारण मूंगफली तेल-तिलहन के भाव अपरिवर्तित बंद हुए।

खाने के तेल में आई गिरावट के मुख्य कारण निचे बताये गये है।

सोयाबीन, सरसों, सीपीओ, पामोलीन और बिनौला सहित सभी तेल-तिलहनों के भाव में गिरावट दर्ज की गई है।

सोयाबीन की नई फसल की आवक के बीच वायदा कारोबार में भाव टूटने से सोयाबीन दाना और लूज के भाव में गिरावट आई।

सोयाबीन की गिरावट से सरसों तेल-तिलहन के भाव भी दबाव में रहे।

मलेशिया एक्सचेंज की गिरावट के कारण सीपीओ और पामोलीन तेल के भाव भी गिरावट के साथ बंद हुए

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन – 8,750 – 8,775 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।
मूंगफली – 5,775 – 5,860 रुपये।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 12,750 रुपये।
मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,875 – 2,000 रुपये प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 17,100 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 2,635 -2,660 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 2,715 – 2,825 रुपये प्रति टिन।
तिल तेल मिल डिलिवरी – 16,700 – 18,200 रुपये।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 12,900 रुपये।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,620 रुपये।
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 11,500 रुपये।
सीपीओ एक्स-कांडला- 10,920 रुपये।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 11,650 रुपये।
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,500 रुपये।
पामोलिन एक्स- कांडला- 11,360 (बिना जीएसटी के)।
सोयाबीन दाना 6,425 – 6,525, सोयाबीन लूज 6,275 – 6,325 रुपये।
मक्का खल (सरिस्का) 3,850 रुपये।

ऊपर बताये गई कीमतों में कुछ अंतर हो सकता है।

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