लालू प्रसाद यादव के बडे बेटे यानि तेज प्रताप यादव के किस्से तो आपने सुने ही होंगे। वह विवादास्पद बातों के लिए चर्चा का विषय रहे हैं। कभी वह कृष्णा जैसा अवतार लेकर मुरली बजाते हुए मिलते हे तो, कही बार तो वह भगवान शिव का रूप धारण करके तपस्या में बैठे हुए मिलते हैं, उनकी यह विवादास्पद हरकतो की वजह से बिहार में वह चर्चा का विषय बने रहते हैं। अभी कुछ दिनों पहले ही उनका एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह घोड़े पर बैठकर घोड़ा भगाते हुए देखे गए थे। शादी शुदा जिदगी मे भी विवाद कम नहीं हे, दाम्पत्य जीवन मे भी उनके विवाद मीडिया में खूब चले। मगर अब तो उन्होंने कुछ ऐसा किया की फिरसे वह विवादो मे आ गए.
तेजस्वी प्रताप जहा पार्टी की दौड धाम देख रहे हे वही बडे बेटे तेज प्रताप पहले से ही पार्टी और परिवार में खुद को उपेशित होते दिखे हे. तेज प्रताप जगदानंद के व्यवहार से आहत नाराज चल रहे हे. इतना ही नही उन्होंने पार्टी से नाता तोडने का ऐलान कर दिया हे ऐसा सुनने मे आ रहा हे पार्टी से नाराज चल रहे तेज प्रताप ने देर रात तक धरना दिया फिर लालू प्रताप और राबड़ी देवी ने वहा पहुंच कर मामला सुलझाया।
तेज प्रताप धरना देते वक्त गुसे मे दिखे और उन्होंने बताया की जगदानंद को पार्टी से बहार किया जाना चाहिए. तेज प्रताप अपनी ही पार्टी के खिलाफ धरना देते देख लालू को समझाने आना पड़ा. तेज प्रताप ने इस बार सीधे सीधे छोटे भाई पे निशाना साधा. उन्होंने बताया की अर्जुन को गादी पे बेथ न हे तो ऐसा रवैया नही चलेगा. तेजस्वी को अगर मुक्यमंत्री बन ना हे तो उसको लोगो की बात माननी होगी.
जब लालू प्रसाद से पूछा गया तो उन्होने बताया की दोनो भाइयो मे कोई विवाद नहीं हे. वही तेज प्रताप ने बताया की जगदानंद उनकी मर्जी से चल रहे हे. किसी की सुन नहीं रहे साथ ही एयरपोर्ट पे उनके लोगो ने तेज प्रताप को धक्का देने की बात चल रही हे, साथ ही तेज प्रताप संजय यादव से भी नही बनती ऐसी खबरे मीडिया मे हे. तेज प्रताप ने बताया की जब तक सख्त कार्यवाही नही होती तब तक वह पार्टी मे नही लौटेंगे. तेज प्रताप का यह अंदाज या गुस्सा पार्टी को दो भागो मे बाट सकता हे, और यह तय दिख रहा हे की लालू प्रसाद कितना भी यह कहे की परिवार साथ हे मगर कही न कही कलह दिख रही हे.