उत्तरप्रदेश के लोगो के लिए बहुत बुरी खबर सामने आ रही है। जिससे आम लोगो के बजट पर बहुत असर पड़ने वाला है। बतादे के पेट्रोल डीजल और सीएनजी गैस में हुई बढ़ोतरी बाद अब उत्तरप्रदेश में जल्द ही बिजली के दाम बढ़ने वाले है। आशंका जताई जा रही है के आने वाले तक़रीबन १० दिनों में बिजली के दामों में बढ़ोतरी हो सकती है।
बतादे के बिजली के दामों में बढ़ोतरी के लिए पिछले २ साल से बिजली विभाग की तरफ से प्रस्ताव आ रहे थे लेकिन कोरोना महामारी की वजह से प्रस्ताव ख़ारिज हो रहा था जिसके वजह से अभी तक बिजली के दाम नहीं बढे थे। लेकिन कोरोना महामारी खत्म होने के बाद नियामक आयोग ने अगले 10 दिन के लिए सभी बिजली कंपनियों से स्लैब वार टैरिफ प्लान दाखिल करने को कहा है।
पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में एक दिन पहले ही बिजली दर बढ़ाने का फैसला किया गया है। अब इसके बाद उत्तर प्रदेश में भी बिजली दरें बढ़ाए जाने पर विचार किया गया है। सिंचाई को छोड़कर घरेलू सहित अन्य सभी श्रेणियों में थोड़ी-बहुत बढ़त तय मानी जा रही है। नई दरें जून या जुलाई से लागू की जाएंगी। एक ओर नियामक आयोग ने टैरिफ प्रस्ताव मांगा है, तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने इसका विरोध शुरू किया है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ करीब 10,000 बिजली इंजीनियर तीन दिन के सामूहिक अवकाश पर जाने की तैयारी में हैं। दरअसल, पावर कारपोरेशन की नीतियों के 6000 विरुद्ध बिजली इंजीनियरों ने आकस्मिक अवकाश के लिए आवेदन सौंपा है। जबकि 4000 आवेदन सौपेंगे। इतनी बड़ी संख्या में बिजली इंजीनियर अवकाश पर रहेंगे, तो इससे प्रदेश की बिजली व्यवस्था के बिगड़ने की पूरी संभावना है।