हमारा देश बहुत पुराना है। हमारे देश में आज भी कई सारी ऐसी जगहे है जहा पे खुदाई के के दौरान पुराने समय खजाना या फिर हीरो जैसी बेशकीमती चीजे निकल आती है। हमारे देश में एक ऐसी अनोखी जगह है जहा पर आये दिन दिन जमीन में से हीरे निकलते है। यहा पर लोग अपना कारोबार छोड़कर हीरे ढूंढने के लिए आते है। तो एक ऐसे ही किसान की किसमत खुल गई है।
वो कहते है न ऊपर वाला जब भी देता है तब छप्पर फारके देता है। किस्मत कब किसी को क्या से क्या बना दे उसका कोई भरोसा नहीं नहीं। ऐसा है कुछ इस किसान के साथ हुआ।ऐसा ही कुछ मध्यप्रदेश के पन्ना के रहने वाले प्रतापसिंह यादव के साथ हुआ है। बतादे के प्रतापसिंह मजदूरी करके अपने गुजारा करते थे।
अपनी गरीबी से तंग आकर के इन्होने फरवरी माह में सरकारी हीरा कार्यालय में आवेदन दिया था। इस आवेदन में उन्होंने सरकार से 10 बाई 10 का हीरा खदान खोदने के लिए पट्टा लिया था। उन्होंने हीरा तलाशने के लिए दिन-रात मेहनत की और आखिरकार उन्हें वह मिल ही गया।
यह हीरा मिलने के बाद प्रतापसिंह की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। उनके चेहरे पर ख़ुशी साफतौर पर देखि जा सकती है। प्रतापसिंह के परिवारवालो की आँखों में ख़ुशी के आंसू थे। ये हीरा मिलने के बाद पूरे परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। इस हीरे का वजन 11.88 कैरेट है. इसकी अनुमानित कीमत करीब-करीब 50 लाख रुपये है।
प्रतापसिंह ने बताया के भगवान के आशीर्वाद और उनकी महेनत रंग लाई जिससे मेरी रातोरात किसमत बदल गई। उन्होंने आगे बताया के हीरे की नीलामी के बाद हो पैसा आएगा उससे वो अपनी अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारेंगे। अपने बच्चों के भरण-पोषण और पढ़ाई लिखाई में यह पैसा खर्च करेंगे।