हनुमान जी की पूजा वैसे को किसी भी दिन किसी भी वक्त की जा सकती हे मगर मंगलवार और शनिवार का विशेष महत्त्व हे. हनुमान जी यानि शक्ति और बुद्धि के दाता, माना जाता हे की हनुमान जी कलियुग में भी भक्तो की मनोकामना पूरी करते हे। सच्चे मन से हनुमान जी की भक्ति करेने वाले को न तो किसी का भय डरा सकता हे नहीं काम में कोई विग्न्य आ सकता हे। हनुमान जी के मंदिर तो आपको सभी जगह मिल जायेंगे न सिर्फ भारत में बल्कि श्रीलंका, बांग्लादेश,पाकिस्तान, इण्डोनेशिए और भी कही देश मे आपको हनुमान जी के मंदिर मिल जायेंगे. हनुमान जी को कही नमो से जाना जाता हे. आइये देखते हे हनुमान जी के कुछ नाम और जाप की विधि।
हनुमान जी के 12 नाम
अंजनीसुत
वायुपुत्र
महाबल
रामेष्ट
ऊं हनुमान
उदधिक्रमण
फाल्गुण सखा
पिंगाक्ष
अमित विक्रम
दशग्रीव दर्पहा
सीता शोक विनाशन
लक्ष्मण प्राणदाता
माना जाता हे कि, हनुमान जी के इन नामों का जाप अगर सुबह उठकर किया जाए, तो मन की सभी कामना पूरी होती है, कस्टो से निराकरण मिलता हे. वहीं, अगर आप दोपहर के हनुमान जी के नामो का स्मरण करते हो तो आपको धन-संपदा की प्राप्ति होती है और आर्थिक नुकसान से बच सकते हे. जबकि शाम के समय नाम जप करने से घर-परिवार में सुख-संपन्नता बानी रहती हे. साथ ही, शारीरिक कष्टों से भी मुक्ति मिलती है.
इतना ही नहीं, रात में सोने से पहले हनुमान चालीसा पढने से और इन नामों का जप करने से बिगड़े कार्य बन जाते हैं. मंगलवार के दिन लाल पेन से भोजपत्र पर ये बारह नाम लिखकर उसी दिन ताबीज बनाकर बांध लें तो शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती हैं. हनुमान जी कलियुग मे भी साक्षात्कार हे, और अपने भक्तो के दुख दर्द का निवारण करते हे.