जहा प्यार होता है वहा पर बाकी चीजे माइने नहीं रखती है. प्यार की खातिर लोग क्या कुछ नहीं कर देते. एक ऐसा ही प्यार का किस्सा सामने आया है. यह किस्सा मध्यप्रदेश के छिंदवाडा जिले से सामने आया है. यहा पर भीख मांगकर जीवन यापन करने वाले व्यक्ति ने अपनी पत्नी के लिए केश पैसे देकर 90 हजार रुपये का मोपेड खरीद लिया है और अब दोनों मोपेड पर भीख मांगने निकालते है. आइये जानते है पूरी कहानी.
आपको बतादे की संतोष साहू और उनकी पत्नी मुन्नी साहू छिंदवाडा के अमरवाड़ा में रहते है और वहा परही भीख मांगकर गुजारा करते है. पहले तो संतोष दिव्यांग होने के कारण अपनी ट्रायसिकल पर भीख मांगने निकालते थे. उनकी पत्नी मुन्नी ट्रायसिकल को पीछे से धक्का मारती थी. ऐसे ही दोनों का गुजारा चलता था. लेकिन कई बार उबड़ खाबड़ सडको की वजह से मुन्नी को ट्रायसिकल को धक्का देने में बहोत परेशानी होती थी.
कई बार मुन्नी को चोट भी लग जाया करती थी और बीमार भी हो जाती थी. संतोष को यह देखा नहीं जाता था लेकिन वह लाचार था. एक दिन मुन्नी ने संतोष को मोपेड खरीदने की सलाह दी. उसी दिन से संतोष ने ठान लिया था की वह मुन्नी को मोपेड पे गुमायेगा. दोनों मिल कर पुरे दिन में भीख मांगकर करीब 400 से 500 रुपये कमा लेते थे और अपना गुजारा करते थे.
मुन्नी के लिए मोपेड खरीदने के लिए संतोष को पैसे जमा करने में करीब 4 साल लग गए. लेकिन 4 साल की बचत के बाद संतोष ने अपनी पत्नी मुन्नी के लिए 90 हजार रुपये केश देकर मोपेड खरीद ही लिया. अब दोनों पति पत्नी मोपेड पर सवार होकर भीख मागने निकालते है. आपको बतादे की इस स्टोरी को सोशियल मिडिया पर बहोत शेयर किया जा रहा है. छिंदवाड़ा मेही QR कोड से भीख मांगने का मामला सामने आया था. उस मामले नेभी काफी सुर्खिया बटोरी थी.