मिस यूनिवर्स यानी कि पूरे ब्रह्मांड की सबसे सुंदर युवती का खिताब पाना आसन नहीं होता। यह खिताब हर साल अमेरिका में मिस यूनिवर्स ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा चलाया जाता है। यह शो सबसे ज्यादा देखे जाने वाले शो में से एक है। भारत में सुष्मिता सेन ने 1994 में मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था। उसके बाद 2000 मे लारा दत्ता ने भारत के लिए मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था। उसके बाद से पिछले 21 सालों में भारत ने यह किताब से दूर रहा।

मगर आज सुबह 21 सालो का इंतजार खत्म हुआ और हार्नाज संधू ने अपने परिवार अपने कस्बे के साथ साथ पूरे भारत का नाम रोशन करते हुए मिस यूनिवर्स का खिताब जीत के भारत का नाम ऊंचा किया है। इस शो का हिस्सा बनने के लिए दिया मिर्जा, उर्वशी रौटेला भी पोहचे थे। जब मिस यूनिवर्स का नाम घोषित किया और उसमें हरनाज सिद्धू का नाम आया तो हरनाज काफी इमोशनल हो गई थी और खुशी के आंसू निकल रहे थे।
आपको बता दे कि हरनाज अभी सिर्फ 21 साल की है। हर्णाज का नाम छोटी उम्र में ही है स्वर्ण अक्षरों से लिखा जा चुका है। हरनाथ पंजाब के गुरदासपुर के एक छोटे से गांव से आती है माना जाता है कि उनका परिवार किसानी करता है। हरनाज का यह सफर बेहद खास और प्रेरणादाई रहा है। 2000 की साल में जब लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनी तब हरनाज महेज 50 दिन की थी। जिस गांव में हरनाथ पैदा हुई वहां की आबादी मात्र 1400 के करीब है। इतने छोटे से गांव से निकलने के बाद भी हरनाज ने पूरी दुनिया में अपना नाम रोशन किया है।
2019 मे हुए मिस इंडिया प्रतियोगिता मे भी हरनाज ने हिस्सा लिया था, मिस इंडिया 2019 में हारनाज फाइनल तक पहुंची थी। यह मिस यूनिवर्स का 70 वा क्राउन था और भारत के लिए तीसरा। मिस यूनिवर्स 2021 का फिनाले 12 दिसंबर को इजरायल मेंl हुआ। आज सुबह जब पता चला कि हरनाज भारत के लिए और अपने लिए मिस यूनिवर्स का खिताब जीत चुकी है तो उनके गांव और क्षेत्रों में धूमधाम से इस खुशी को मनाया गया। हरनाज बचपन से ही जज बनना चाहते थे और उसके पढ़ाई भी कर रही थी।
साथ में मॉडलिंग का करियर भी अपनाया था। पढ़ाई के साथ साथ हरनज ने एक्टिंग पर भी ध्यान दिया था। स्कूल और कॉलेज में उनके पतले होने का मजाक भी बनाया जाता था उससे वह डिप्रेशन में भी! मगर उनके परिवार ने उनको पूरा साथ दिया। और आज वह मिस यूनिवर्स बनकर उभरी है। हरनाज को हमारी ओर से भी ढेर सारी बधाइया।