प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना एक ऐसी योजना हैं जिसके तहत कोई भी व्यक्ति जो अपना बिज़नेस शुरू करना चाहता हैं वो लोन ले सकता हैं और अपना व्यापर शुरू कर सकता हैं। इसके तहत सरकार लघु व सूक्ष्म उद्यम को बिना गारंटी लोन देती है। इस योजना के तहत 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। उद्यमियों को अपना बिजनेस प्लान बैंक को बताना होता है जिसके अनुपात में ही बैंक उनका लोन अप्रूव करता है।
इस योजना को 2015 में पेश किया गया था, जिसमें लोन को तीन कैटेगरी शिशु, किशोर और तरुण के रूप में दिया जाता है। शिशु कैटेगरी में 50,000 रुपये तक का लोन मिलता है। वहीं किशोर कैटेगरी में 50 हजार रुपये से लेकर 5 लाख और तरुण कैटेगरी में 5 लाख से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। साथ ही लोन चुकाने की अवधी को पांच साल के लिए बढ़ाया भी जा सकता है।
इस योजना के तहत लोन पाने के लिए आवेदक किसी भी सरकारी या प्राइवेट बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक/ राज्य सहकारी बैंक, माइक्रो फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन जैसे एनबीएफसी, एमएफआई जैसी जगहों से अप्लाई कर सकते हैं। इस योजना के तहत करीब 27 पब्लिक सेक्टर बैंक, 17 प्राइवेट सेक्टर बैंक, 27 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और 25 माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूट्स को जोड़ा गया है। इस योजनाके लिए आवेदन करने हेतु न्यूनतम आयुसीमा 18 साल तय की गयी हैं।
लोन लेने के लिए आवेदक को आधार कार्ड, नॉमिनी और बिजनेस प्लान से संबंधित सभी डॉक्यूमेंट्स देने होते हैं। इसमें आइडेंटिटी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ और ऑक्यूपेशन प्रूफ जैसे डॉक्यूमेंट्स को फॉर्म के साथ जमा करना होता है। अगर आपके डॉक्यूमेंट्स और बिजनेस प्लान को सहमती मिलती है, तो करीब 10 दिनों के अंदर लोन का पैसा आपके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है। इस योजना में इंटरेस्ट रेट, लोन के अमाउंट और उसे वापस करने की अवधि पर निर्भर करता है। फिर भी बैंकों द्वारा करीब 10 से 16 परसेंट तक इंटरेस्ट लिया जाता है हलाकि कोविड के कारण 2 परसेंट की छूट दी जा रही है।