किसी ने सही कहा हे कोई भी धंधा छोटा या बडा नही होता कुछ उसी तरह ये दोनो मित्र ने चाय का धंधा करके आज करोडो मे कमा रहे हे. आपको बता दे की यह दोनो मित्र IT मे नौकरी करते थे मगर उनका लक्ष उनका मकसद कुछ अलग ही था वो कुछ बडा करने की चाह मे थे और उसी दिशा मे उन्होंने यह बिज़नेस की शरुआत की.
IT पेशेवरों से चायवाला बनने का सफर आसान नहीं रहा दोनो मित्रो ने कही मुश्किलों का सामना किआ और आज एक कामियाब चाय का बिज़नेस चलाने मे कामियाबी मिली. आइये जानते हे इनकी कहानी, यह दोनों मित्र जहांबर सादिक और बालाजी सदगोपन 2002 में चेन्नई आईटी कम्पनी मे काम करते हुए मिले थे और मित्र बने. दोनों कही बार खुदका बिसनेस शरू करने की बाटे करते मगर कोई बडा फैसला नही ले पा रहे थे.
7 सालो तक दोनों ने साथ काम किया फिर उन्होने नौकरी छोड 2012 में जेबीएस वेचर्स की स्थापना की, मगर कुछ ज्यादा सफलता नही मिली। उन्होने 2016 में चाई किंग्स के नाम से धंधा शरू किया। उन्होंने 25 लाख रुपये के निवेश के साथ चेन्नई के किलपौक में एक 350 वर्ग फुट का स्टोर खोला। उनको इसके बाद भारी रिस्पांस मिला। आपको बता दे की FY2019-20 मे उन्होने 20 करोड रुपये से अधिक का कारोबार किया था. 2019 तक ही उनके 17वां आउटलेट हो गए थे।
आज दोनो चाय के बिसनेस से ही इतने पैसे कमा रहे हे की दोनों के पास आलीशान बंगलो से लेके, BMW, audi, हार्ली जैसी कार और बाइक हे. चाय भारत मे सबसे ज्यादा पि जाने वाली चीजों मे से एक हे इसी बिसनेस आईडिया को चायकिंग की टीम सामजी और उसे कड़ी महेनत से जमीं पर उतारा. दोनो मित्रो की कडी महेनत आज रंग लाई हे. इनके आउटलेट पर तरह तरह की चाय उपलब्ध हे. चाय के बिसनेस करोडो कमाए जा सकते हे यह इन्होने साबित कर दिखाया हे.