हनुमान जी यानि शक्ति और बुद्धि के दाता, माना जाता हे की हनुमान जी कलियुग में भी भक्तो की मनोकामना पूरी करते हे। सच्चे मन से हनुमान जी की भक्ति करेने वाले को न तो किसी का भय डरा सकता हे नहीं काम में कोई विग्न्य आ सकता हे। हनुमान जी के मंदिर तो आपको सभी जगह मिल जायेंगे न सिर्फ भारत में ही नहीं श्रीलंका, बांग्लादेश,पाकिस्तान, इण्डोनेशिए और भी कही देश मे, पर आप जानते हे हनुमान जी का ननिहाल कहा अय्या है ?
हनुमान जी का ननिहाल छत्तीसगढ़ के बक्शर के पास अहिरौली गॉव में आया हे ऐसा बोलै जाता हे। अगर पौराणिक कथाओ की माने तो इसी जगह गुरु गौतम और उनके धर्मपत्नी अहिल्या रहे ते थे साथ मेउनकी पुत्री भी रहती थी जिनका नाम था अंजनी, माता अंजनी को ही हनुमान जी की माता माना जाता हे।
माना जाता है गुरु गौतम ने श्राप देकर माता अहिल्या को पत्थर बना दिया था, श्रीराम ने उनको श्राप से मुक्त्ति दिलाई थी। अहिरौली गांव में ही माता अहल्या का मंदिर अय्या हुआ हे इसी वजह से इसे अहिरौली बोलै जाता हे। माना जाता हे की माता अंजनी की शादी दक्षिण के राजा केसरी से हुआ और उनका मायका अहिरौली रहा, अहिरौली उनका मायका होने की वजह से ही उससे हनुमान जी का ननिहाल कहा जाता हे।
अहिरौली के पास आइये सरोवर का भी बोहत महत्व हे , मन जाता हे की अंजनी अपने पुत्र हनुमान को लेके याह नहाने आते थे, हनुमान यहाँ कभी पेड़ पे मस्ती करते तो कभी पानी में खेलते मिलते थे, इसी वजह से सरोवर को अंजनी सरोवर कहा जाता हे।
यहां बने मंदिर में मंगलवार और शनिवार को भारी संख्या में भिड़ बाल हनुमान के दर्शन को आती है। यहां पर हनुमान जयंती तथा दीपावली भी धमधूम से मनाई जाती है।
