साधारण जिंदगी जीने वाले इत्र कारोबारी के घर से जब करोडो रुपये बरामत हुए थे तो सुर्खिया आई थी. कुछ ऐसा ही अब मध्यप्रदेश मे देखने को मिला हे. जहा पर एक शिक्षक के घर से करोडो की जायदात मिली हे. सरकारी अधिकारियो ने जब इसकी गिनती शरू की तो उनके भी समाज नहीं आया की 50000, 60000 की नौकरी करने वाला शिक्षक इतनी बडी रकम लाया कहा से.
आपको बता दे की प्रशांत परमार ग्वालियर जिले के घाटीगांव ब्लॉक स्थित सरकारी स्कूल में शिक्षक के रूप मे काम करते हे. पदस्थ है। उनके पास अधिक आवक या ब्लैक मनी होने के शक पे फ्लैट पे छापेमारी की गई. घर और उसके अंदर का इंटीरियर देखकर ही अधिकारि समज गए थे की निशाना सही जगह लगा हे ये कोई आम शिक्षक का घर नही लग रहा. जैसे जैसे फाइल्स और घर खंगलना शरू किया अधिकारी हक्काबक्का रह गए. उन्होंने पाया की शहर के अलग-अलग इलाकों में प्रशांत के चार ऑफिस है।
अधिकारियो ने जब उनके घर की तलाशी ली तो पता चाला की उनके घर से 5.90 लाख रुपये कैश मिला ये केश तो बेहत ज्यादा नही था मगर जो फाइल्स और उनकी प्रॉपर्टी के डाक्यूमेंट्स मिले वह देख अधिकारी भी दंग रह गए। छापेमारी के दौरान खुलासा किया है कि यह शिक्षक के पास कॉलेज, स्कूल जैसी कही प्रॉपर्टी बनी हुई हे.
छापेमारी के दौरान और भी कही बाटे सामने आई जैसे उनके पास तकरीबन आठ निजी स्कूल है या उनकी उन स्कूलो मे भागीदारी हे. इतना ही नही उनके कही कॉलेज मे भी भागीदारी होने की बात भी सामने आई हे. एक रिपोर्ट के अनुसार उनके अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर, नर्सिंग कॉलेज, परमार इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टीडज, परमार एजुकेशन सेंटर, निर्मल वाटिका और परमार पैलेस मैरिज गार्डन जैसे कही प्रॉपर्टी के कागजात मिले हे। इसके आलावा बीएड और नर्सिंग कॉलेज भी उनकी होने का अनुमान हे, मप्र के आलावा भी दूसरे राज्यों में उसके संस्थान हो सकते हे।
एक खबर के मुताबित उनके पास से 2.5 करोड की रजिस्ट्री की जमीं जिसकी कीमत तकरिअन 25 करोड तक बताई जा रही हे. साथ ही घर से 36 लाख के गहने मिले। उन्होने 2006 मे शिक्षक की नौकरी शरू की थी यानि पिछले 16 साल की तनख्वा करीब 20 लाख रुपये होती हे, उसके सामने उनके पास करोडो की प्रॉपर्टी के मालिक हे.