हमारे बड़े बुजुर्ग कह गए है के अगर घर में से सभी लोगो को कही जाना है तो घर के सभी सदस्य एक साथ कभी भी न जाये। क्योकि रास्ते में कही भगवान न करे कुछ हो जाता है तो घर में से कोई भी सदस्य नहीं बचेगा इसलिए कहा जाता है के कही जाना है तो घर में से एक दो सदस्य तो घर पर ही रहे। अगर यह बात बिहार के कैमूर जिले में रविवार को एक सड़क हादसा हुआ है जिसमे यह बात बहुत सही साबित होती है।
बतादे के बिहार के कैमूर जिले में भीषण सड़क हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई। गांव से एक साथ 5 अर्थियां निकलीं तो पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। पूरा गांव शोक-संतप्त था। गांव वालों को अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कि जो कल तक उनके साथ थे, अब वे इतनी दूर जा चुके हैं जहां से लौटना संभव नहीं है।
परिजनों के साथ ही मृतकों के साथी-संगी भी सदमे में हैं। दुख के आलम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरे गांव में एक चूल्हा तक नहीं जला. रविवार को हादसे में 6 लोगों की मौत हुई थी। इनमें से 5 मृतक एक ही गांव के थे. हादसे के बाद सोमवार को भी गांव में मातम पसरा रहा। अपनों के खोने के गम में पूरा गांव डूबा रहा।
गौरतलब है कि बेलगाम हाइवा ने ई-रिक्शा में जोरदार टक्कर मार दी थी। इस हादसे में 6 लोगों की मोत हो गई थी। सड़क हादसा रविवार शाम को करीब 5 बजे चैनपुर थाना क्षेत्र के अमाव गांव के पास हुआ था. इस हादसे में 4 अन्य लोग घायल भी हुए थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि मिक्सर मशीन के साथ हाइवा गलत साइड से जा रहा था। उसी तरफ से ई-रिक्शा भी आ रहा था. हाइा ने ई-रिक्शा में जोरदार टक्कर मार दी थी। इसके बाद आगे जाकर हाइवा पास खड़े एक टेंपू से जा टकराया। उसके बाद रुका था।
मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लि अस्पताल भेज दिया था। वहीं, घायलों को सदर अस्पताल भेजा गया था। स्थानीय लोगों का कहना हैं कि हाइवा का ब्रेक फेल हो गया था तो कुछ लोग तेज रफ्तार और गलत साइड को हादेस की वजह बता रहे हैं। गलती जिसकी भी हो, लेकिन इसका खामियाजा मासूम लोगों को भुगतना पड़ा।