कार छोड़कर 30 बैलगाड़ियों पर दुल्हन लाने पहुंच गया दूल्हा, लोगों ने वजह पूछी तो मिला ये जवाब

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आज के समय में लोग समय के साथ साथ अपनी पुरानी परम्परा और रीतिरिवाज भूल रहे है। पुराने तौर तरीके से दूर जा रहे है ,लेकिन बहुत सारे लोग ऐसे भी है जो अपनी इस परम्पराओ को जीवित रखना चाहते है। अपनी ऐसी पुरनी परम्पराओ को जीवित रखने के लिए मध्यप्रदेश के एक युवक ने बहुत बड़ा कदम उठाया है ,जिसकी पुरे देश में चर्चा हो रही है।

बतादे के मध्य प्रदेश में निकली इस अनोखी बारात की खूब चर्चा हो रही है। यहां एक दूल्हा कार में नहीं बल्कि बैलगाड़ियों में ही अपनी बारात लेकर रवाना हो गया। मामला बैतूल जिले का है। यहां के आमला ब्लॉक के बघवाड गांव से ये अनोखी बारात निकली। यहां रहने वाले चैतराम कासदेकर की अनोखी बारात थी।

चैतराम आदिवासी समाज के युवक हैं। उनकी शादी नीतू नाम की लड़की से तय हुई थी। इसके बाद उन्होंने अपनी शादी में बारात ले जाने के लिए अनोखा फैसला कर लिया। चैतराम ने कार या हेलिकॉप्टर से नहीं बल्कि बैलगाड़ियों में दुल्हन नीतू को शादी करके ससुराल लाने का निर्णय किया। इससे लोग हैरान हो गए।

चैतराम ने अपनी बारात में शामिल होने वाली बैलगाड़ियों को सजाने में कोई कसर नहीं छोड़ रखी थी। इन्होंने सबको परंपरागत ढंग से सजाया हुआ था। इतना ही नहीं पूरी बारात में डीजे या बैंड की कोई आवाज नहीं आ रही थी। इसके लिए भी दूल्हे राजा चैतराम और उसके परिवार ने पारंपरिक तरीका अपनाया हुआ था।

उन्होंने बारात में डीजे या बैंड की जगह संगीत के लिए मंजीरों, घंटियों, बांसुरी और ढोलक का विशेष इंतजाम किया हुआ था। इन वाद्ययंत्रों का मधुर संगीत बारातियों को खासा सुकून दे रहा था। जब ये अनोखी बारात दुल्हन के घर पहुंची तो घराती भी बैलगाड़ियों को देखकर मुस्करा उठे। बुजुर्गों को अपना पुराना जमाना याद आ गया। वहां पर बारात का खूब स्वागत हुआ।

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