कांवड़ यात्रा आज से शुरू, शिवालयों में उमड़ा भक्तों का सैलाब, कांवड़ियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम!

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गुरुवार से सावन के पवित्र महीने की शुरुआत हो गई। जैसा ही हम सब जानते है के सावन का महीना हमारे हिन्दू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है। खासतौर सावन के महीने में लोग भक्ति करते है उसमे भी भगवान शिव की भक्ति के लिए यह महीना सबसे उचित माना जाता है। गुरुवार से जैसे ही सावन के महीने की शुरुआत हुई है वैसे ही सुबह से ही प्रदेश भर के शिवालयों में भक्तों का भारी सैलाब देखने को मिला।

सावन महीने की शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा भी शुरू हो गई. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा के लिए ख़ास इंतजाम किये हैं। कांवड़ यात्रा मार्ग पर अभूतपूर्व प्रबंध के साथ ही लखनऊ स्थित डीजीपी ऑफिस से भी मॉनिटरिंग की जा रही है. कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से फूल वर्षा की तैयारी भी की गई है।

वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में आज सुबह से ही भक्तों की लंबी कतार देखने को मिली. सावन के पहले ही दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु ब्रह्म मुहूर्त से ही बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन के साथ ही जलाभिषेक कर रहे हैं. विश्वनाथ धाम में व्यवस्था को लेकर भी भक्त पूरी तरह से संतुष्ट दिख रहे हैं.

भक्तों का कहना है कि धाम में पूरी व्यवस्था अच्छी है. भीड़ बहुत है, लेकिन दर्शन बहुत आराम से हो रह है. उधर प्रयागराज, कानपुर, गोरखपुर, मेरठ, गाजियाबाद समेत अन्य जिलों में भी शिवभक्तों का हुजूम शिवालयों में देखने को मिल रहा है. सुबह-सुबह ही बाबा के भक्त महादेव को प्रसन्न करने के लिए उनका जलाभिषेक कर रहे हैं।

कोरोना महामारी की वजह से दो साल बाद शुरू हुई कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी सरकार ने खास इंतजाम किए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कावड़ियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है. इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस ने इसके लिए रूट मैप तैयार किया है. पुलिस ने यूपी के महत्वपूर्ण सड़कों के लिए रूट प्लान जारी किया है, ताकि आम लोगों और कांवड़ियों को कोई असुविधा न हो.

लखनऊ के फैजाबाद रोड से होते हुए कवांडिया बाराबंकी के महादेवा मंदिर तक जाएंगे. हरिद्वार से कांवड़िये, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद से एनएच-58 से दिल्ली, हापुड़, बुलंदशहर की ओर जा सकते हैं. बता दें कि 14 जुलाई से शुरू होकर कांवड़ यात्रा 26 जुलाई को सावन की शिवरात्रि तक चलेगी.

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