दृढ इच्छाशक्ति और कडी महेनत से हर काम आसान हो जाता हे. जहा ज्यादातरलोगो का मानना हे की किसी भी बिसनेस मे कामियाब होने के लिए पढाई लिखाई की जरुरत होती हे वही कुछ लोग इस बात को नकारते हे. हमने कही बडे बिसनेसमेन देखे हे. जिन्होंने कम पढाई लिखाई करके भी कामियाबी की सिडिया चढी हे.
ऐसी ही यह घटना जहा सुनंदा शिवाजी क्षीरसागर नाम की महिला ने अपनी कडी महेनत और कम पढे होने के बावजूद अपनी सफलता की कहानी लिख डाली। एक छोटे से बिसनेस को कामियाब बनाया और अब इससे महीने के 8 लाख कमाई करने लगी. सुनंदा का परिवार गरीबी का सामना कर रहा था. ऐसे मे सुनंदा का कमाना जरुरी हो गया था.
सुनंदा ने अपने परिवार को सँभालने के लिए मुर्गी पालन का बिसनेस शरू किया। उन्होने चंद मुर्गी लेक बिज़नेस शरू किया कुछ ही वक्त मे 500 मुर्गी हो गई और देखते देखते आज 50000 मुर्गी का फार्म हो गया हे. मुर्गी पालन से सुनंदा को सारा खर्च निकलने के बाद भी 8 लाख रुपये मिल जाते हे. इतना ही नहीं उन्होने कही महिलाओ को रोजगार भी दिया हे. साथ ही अगर कोई महिला उनके जैसे बिसनेस करना चाह रही हो तो सलाह भी देते हे.
भारत की नारी ठान ले तो कुछ भी हासिल कर सकती हे. सुनंदा की महेनत को देखते हुए औरंगाबाद के कृषि विज्ञान केंद्र ने उन्हें कृषि भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया है। 4 एकर जमीन मे शरू की थी खेती और मुर्गी पालन आज 27 एकर जमीन के मालिक हे. सुनंदा बताती हे की शरू मे उनकी कमाई सिर्फ 6000, 8000 थी मगर अब वह लाखो मे कमाई कर रही हे. सुनंदा महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें सलाह सूचन और मदद कर हर संभव कोशिश करती हे.